नाम - धीरज श्रीवास्तव
जन्मतिथि - 01 सितम्बर 1974
निवास - ए- 259, संचार विहार, मनकापुर,जनपद - गोण्डा (उ.प्र)
चलभाष - 08858001681, 0780067890 , ईमेल - srivastavadheeraj89@gmail.com
शिक्षा - स्नातक
सम्प्रति - वेब पत्रिका " साहित्य रागिनी" तथा साहित्यिक संस्था मनकापुर (उ.प्र) ' साहित्य प्रोत्साहन संस्थान' के संस्थापक सचिव व संरक्षक
प्रकाशित कृतियाँ - साझा संकलन 'कवितालोक : प्रथम उद्भास', मंजर, एहसासों की पंखुड़ियाँ, मीठी सी तल्खियाँ-1, मीठी सी तल्खियाँ-3, अन्तर्मन, शुभमस्तु-2, अनवरत-3, तेरी यादें एवं काफ़ियाना! के अतिरिक्त प्रमुख पत्र पत्रिकाओं तथा ई- पत्रिकाओं में रचनाएँ प्रकाशित!
सुधियों से परिहास
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जब जब घर आता मै अपने
दिखता बहुत उदास!
चौखट करने लगती मेरी
सुधियोँ से परिहास!
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नीम निहारे मुझे एकटक
पूछे कई सवाल!
क्योँकर मेरी याद न आती
इतने इतने साल!
आये हो तो मत जाना अब
तुमसे है अरदास!
जब जब घर....
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देख मुझे बूढ़ी दीवारेँ
हो जाती हैँ दंग!
राख दौड़कर पुरखोँ की भी
लग जाती है अंग!
कुर्सी चलकर बाबू जी की
आ जाती है पास!
जब जब घर.....
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अलमारी की सभी किताबेँ
करने लगतीँ बात!
अम्मा की सब मीठी बातेँ
कह जाती है रात!
बाबा दादी और बुआ का
होता है आभास!
जब जब घर.....
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बारादरी रसोई आँगन
बतियाते सब खूब!
और बताते कैसे निकली
फर्श फोड़कर दूब!
बैठ रुआँसा कहे ओ'सारा
यहीँ करो अब वास!
जब जब घर.....
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रचना - धीरज श्रीवास्तव
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