मंगलवार, 9 अगस्त 2016

शिखर अवस्थी का देशभक्त वैचारिक गीत

  ✍-हिंदुस्तान लिखो-✍
  ♻♻♻♻♻♻♻

यदि कलम चले तो मातृभूमि की,
आन बान और शान लिखो।
हे! हिंदराष्ट्र के कलमकार
हर दिल में हिंदुस्तान लिखो॥
🍂🍂
नफ़रत की दुनिया छोड़ सभी के
दिल में पलता प्यार लिखो।
उग्रवाद आतंकवाद पर
प्रेमवाद का वार लिखो॥

संस्कारी भाषा सिखलाकर
शब्दों का सम्मान लिखो।
हे! हिंदराष्ट्र..................॥
🍂🍂
दीवाली और ईद मानकर
देश के हर त्यौहार लिखो।
होली सजती रंग बिरंगी
रंगो की बौछार लिखो॥

नवरात्री नौ दिन में गुजरे
एक माह रमजान लिखो।
हे! हिंदराष्ट्र..................॥
🍂🍂
अब्दुल हमीद आजाद भगत के
सपनों का भण्डार लिखो।
क्रांतिकारियों की नस में है
रहता वो अंगार लिखो॥

देशप्रेमियों के कर्मों की
लिखनी है पहचान लिखो।
हे हिंदराष्ट्र...................॥
🍂🍂
अनगिन विपदाएं आती हैं
विपदाओं से छुटकार लिखो।
हर धर्म हमें सिखलाते कुछ
धर्मों से निकला सार लिखो॥

भेदभाव की दीवारें मिट जायें
ये अरमान लिखो।
हे! हिंदराष्ट्र..................॥

यदि कलम चले तो मातृभूमि की
आन बान और शान लिखो।
हे! हिंदराष्ट्र ..................।।

शिखर अवस्थी
मोबाइल नं - 8173856866
पता-ग्राम - कोरार, पोस्ट - सैर, जिला - सीतापुर, उत्तरप्रदेश।

1 टिप्पणी:

  1. परम आदरणीय अवनीश त्रिपाठी सर आपका हृदय तल से आभारी हूँ कि आपने हमें इस योग्य समझा मेरा उत्साहवर्धन करने का ये तरीका बहुत बहुत बहुत अच्छा लगा।आपका बहुत बहुत धन्यवाद आभार॥

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